देहरादून। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद ले.जन.(अप्रा) टीपीएस रावत ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने जनता को गुमराह करने व ठगने के सिवा कुछ काम नहीं किया है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक पत्रकार वार्ता में जनरल रावत ने भाजपा पर पूर्व सैनिकों को गुमराह करने तथा सेना के राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वन रैंक वन पेंशन ओआरओपी की आड़ में सैनिकों के साथ छलावा किया गया। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार हुआ जब तीनों सेनाओं के 10 पूर्व सेनाध्यक्षों द्वारा सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर माननीय राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पूर्व सैनिकों के साथ एक रैंक-एक पेंशन के मुद्दे पर हो रहे भेदभाव और उससे सेना के मनोबल के कमजोर होने की आशंका जताई गई। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय भगत सिंह कोश्यारी की अध्यक्षता में एक संसदीय कमेटी गठित की गयी जिसने वन रैंक-वन पेंशन की संस्तुति की। जिसके बाद इस मद में 500 करोड़ की धनराशि कांग्रेस सरकार द्वारा जारी की गयी। इसके बाद वर्ष 2014 में मोदी ने सियाचिन में सैन्य बलों से वादा किया कि एक समान पेंशन व्यवस्था को लागू किया जायेगा। अगले वर्ष 31 अगस्त को केन्द्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि वन रैंक और वन पेंशन के लिये उनके पास एक फार्मूला है। यह फार्मूला क्या था अभी भी रहस्य है। अभी तक केन्द्र सरकार द्वारा न तो बजट में इसके लिये पर्याप्त प्रावधान किया गया है और न ही अपने फार्मूले के बारे में कुछ बताया गया है।