ब्लैक फंगस : इस घातक रोग से बचने को अपनायें ये 3 टिप्स!

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में ब्लैक फंगस जैसी नई घातक बीमारी को जन्म दिया है। संक्रमित व्यक्ति कोविड से ठीक हो भी जाए, लेकिन इसके बाद भी वह तेजी से फैलने वाले ब्लैक फंगस का शिकार हो सकता है। इसे म्यूकोर्मिकोसिस भी कहा जाता है। यह एक फंगल डिजीज है जो आमतौर पर उन रोगियों में देखी जा रही है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान वेंटिलेटर या ऑक्सीजन पर थे और उन्हें लंबे वक्त तक स्टेरॉयड दिया जा रहा था।
विशेषज्ञों के अनुसार इसका इलाज अगर समय रहते न किया जाए तो ब्लैक फंगस का संक्रमण और भी घातक हो सकता है। उनका कहना है कि तीन सरल ओरल हाइजीन का पालन करके ब्लैक फंगस सहित वायरल और फंगल इंफेक्शन फैलने की संभावना को कम किया जा सकता है।
मुंह की स्वच्छता बेहद जरूरी : विशेषज्ञों के अनुसार कोविड में दी जा रही दवाएं मरीज की प्रतिरक्षा को कमजोर बना रही हैं। ये डायबिटीज और नॉन-डायबिटीज वाले लोगों में भी ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। इसे फंगस के बढ़ने का मुख्य कारण माना जा रहा है। चूंकि वायरस मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं, इसलिए मुंह की स्वच्छता बहुत जरूरी है।
दिन में दो से तीन ब्रश जरूर करें : कोविड से ठीक होने के बाद भी व्यक्ति को कुछ दिन आराम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन कोविड में दी गई दवाएं और स्टेरॉयड मुंह में बैक्टीरिया और फंगस को बढ़ाता है। इससे साइनस, फेफड़े यहां तक कि में भी समस्या पैदा हो सकती है। शुरुआती अध्ययनों में भी पता चला है कि कोविड-19 के बाद मुंह की सफाई रखना बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के अनुसार, दिन में दो से तीन बार ब्रश करके और मुंह की सफाई करके मुंह की देखभाल करने से बहुत मदद मिल सकती है।
कुल्ला करने की आदत डालें : कोविड रोगियों को ब्लैक फंगस का खतरा ज्यादा है। इसलिए मरीज इस बीमारी के प्रभाव से खुद को बचाने के लिए कोविड-19 के ठीक होने के बाद मौखिक स्वच्छता बनाए रखें। डेंटिस्ट कहते हैं कि कोविड के बाद टेस्ट जरूर कराएं। टेस्ट नेगेटिव आने पर सबसे पहले तो अपना टूथब्रश बदल लें और कुल्ला करते रहने की आदत डाल लें।
टूथब्रश और टंग क्लीनर को बनायें बैक्टीरिया फ्री : कोविड से रिकवर हुए मरीज को अपनी सभी चीजें घर के अन्य सदस्यों के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए। खासतौर से अपना टूथब्रश उस होल्डर में नहीं रखना चाहिए, जहां सब रख रहे हैं। ब्रश और टंग क्लीनर को बैक्टीरिया बनाने के लिए ठीक से साफ करते रहें। विशेषज्ञ एंटीसेप्टिक माउथवॉश से इन दोनों चीजों को साफ करने की सलाह देते हैं।
देश में इससे पहले इस तरह का इंफेक्शन कभी नहीं देखा गया, जितना कि दूसरी लहर में देखने को मिल रहा है। इसलिए कोविड रोगी ठीक होने के बाद जरूरत महसूस होने पर मुंह की मेडिकल क्लीनिंग और मुंह की स्वच्छता का विकल्प जरूर चुनना चाहिए। दूसरी ओर ब्लैक फंगस के लक्षणों के बारे में भी हर किसी को पता होना चाहिए। इससे समय रहते इलाज किया जा सकता है। इसमें ओरल टिशू, जीभ और मसूड़ों का डिस्कलरेशन शामिल है। इसके अलावा इसमें चेहरे पर सूजन, भरी हुई नाक, आंखों के नीचे भारीपन, बेचैनी,बुखार, सिरदर्द और देखने की क्षमता भी प्रभावित होती है।

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