हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा कराई गई पटवारी लिखित परीक्षा पेपर लीक होने का मामला सामने आने के बाद अब युवाओं में गुस्सा है। हरिद्वार रुड़की सहित प्रदेशभर के अलग-अलग हिस्सों से विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें सामने आई। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में धांधली सामने आने के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को परीक्षा आयोजित कराने का जिम्मा सौंपा गया, लेकिन दूसरा ही पेपर लीक हो गया। जिससे प्रदेश के लाखों युवाओं के अरमानों पर फिर से वज्रपात हुआ। अब युवा सड़कों पर उतर गए हैं। उधर, विपक्ष को भी बैठे बिठाए एक नया मुद्दा मिल गया है। मामले को लेकर आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने हरिद्वार स्थित उत्तराखंड लोक सेवा आयोग कार्यालय का घेराव किया। साथ ही जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
बता दे कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की आठ जनवरी को हुई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया। पेपर आयोग के ही अति गोपन विभाग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने पत्नी के साथ मिलकर लीक कराया। एसटीएफ ने अनुभाग अधिकारी, पत्नी समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से परीक्षा सामग्री और 41.50 लाख रुपये बरामद हुए हैं। आयोग ने आरोपी अनुभाग अधिकारी को निलंबित करते हुए पटवारी भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। अब यह परीक्षा 12 फरवरी को दोबारा होगी। आयोग की आठ जनवरी को हुई पटवारी लेखपाल परीक्षा के लिए 1,58,210 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 1,14,071 ने परीक्षा दी थी। यह परीक्षा आयोग ने प्रदेश में 498 केंद्रों पर कराई थी।
वहीं आम आदमी पार्टी के संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट का कहना था कि पेपर लीक मामले में लीपापोती कर परीक्षाओं को रद्द करने का काम कर रही है। जिससे प्रदेश के युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है। उनका कहना था कि जब तक युवाओं को उनका हक नहीं मिल जाता है, तब तक आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखेगी। तो वहीं पटवारी भर्ती पेपर लीक मामले में कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि घोटालेबाज और भर्ती माफियाओं को संरक्षण देने वाला और कोई नहीं है, बल्कि सरकार है। क्योंकि, बिना राजनीतिक संरक्षण के कोई भी माफिया उत्तराखंड पर हावी नहीं हो सकता है। सरकार ने लाखों युवाओं के भविष्य को अंधेरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को सबका साथ सबका विकास, युवा प्रदेश युवा नेतृत्व वाला नारा अब अब छोड़ देना चाहिए।