- विदेशी अध्ययन का दावा, बंद क्षेत्र में होने वाले सामाजिक आयोजनों में संक्रमण की आशंका 33 गुना अधिक
वाशिंगटन। दुनियाभर में कोरोना महामारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। वैज्ञनिक इसके प्रसार के कारण और रोकथाम के लिए टीकों के आविष्कार के शोध में दिन-रात एक किए हुए हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है कि वायरस खुले के मुकाबले बंद माहौल में तेजी से फैलता है। ब्रिघम और महिला अस्पताल के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. पॉल सैक्स के ‘द न्यू वर्ल्ड जर्नल’ में प्रकाशित शोध के अनुसार खुले में वायरस बहुत देर तक जिंदा नहीं रह पाता।
हाल के अध्ययन से पता चला है कि कोरोना वायरस और सांस से जुड़े अन्य वायरस का संक्रमण 10 प्रतिशत से कम खुली जगह हुआ। जबकि बंद जगह में बाहर के मुकाबले संक्रमण के मामले 18 गुना अधिक थे। उधर बंद एरिया में होने वाले सामाजिक आयोजनों में वायरस सुपरस्प्रेडर बन गया, यहां संक्रमण की आशंका 33 गुना अधिक थी।
कैलिफॉर्निया यूनिवर्सिटी के महामारी विज्ञान और जीव विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नूशिन रजानी के अनुसार बाहर के माहौल में संक्रमित होना पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति कितनी देर बाहर रहा। बाहर रहने का समय जितना अधिक होगा, संक्रमण की संभावना उतनी अधिक होगी। इसलिए मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बेहद जरूरी है।
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के जितने मामले आ रहे हैं, उनका 38% हिस्सा भारत में मिल रहा है। उधर पाकिस्तान में कोरोना के कारण हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। 16 शहरों में सेना की तैनाती की गई है। थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओचा पर मास्क न पहनने पर जुर्माना लगा है। उन पर 190 डॉलर यानी करीब 14 हजार 200 रुपये जुर्माना लगाया गया। कोरोना टीका लगवा चुके लोग इजरायल जा सकेंगे। मई से ऐसे लोगों को प्रवेश देने की तैयारी हो रही है।