बहुत कठिन है डगर…
- मुख्यमंत्री धामी के अकेले ही शपथ लेने की तैयारी, अंदरखाने सुलग रही है गुटबाजी
- भाजपा आलाकमान के फैसले से नाराज बताए जा रहे हैं पार्टी के कुछ वरिष्ठ विधायक और मंत्री
- हजम नहीं कर पा रहे दूसरी बार के विधायक धामी को विधायक दल का नेता चुना जाना
देहरादून। आज रविवार को उत्तराखंड से बड़ी खबर यह है कि आज शाम 5:00 बजे के बजाय 4:30 बजे सिर्फ सीएम पुष्कर सिंह धामी अकेले ही शपथ लेने जा रहे हैं। दरअसल उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड में मंत्रियों के बीच भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। ऐसे में भाजपा आलाकमान भी पसोपेश में पड़ गया है। इधर मान मनुव्वल का दौर जारी है और उधर पुष्कर सिंह धामी की सीएम पद के लिये शपथ ग्रहण की तैयारी है।
भाजपा आलाकमान के इस फैसले से पार्टी के कुछ वरिष्ठ विधायक और मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं। उन्हें दूसरी बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुना जाना रास नहीं आ रहा। जो विधायक नाराज हैं, इनमें कुछ पिछली तीरथ व त्रिवेंद्र सरकार में मंत्री रहे वो विधायक हैं, जो कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। इस तरह धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने से भाजपा में घमासान मचा है। नाराजगी इस बात को लेकर है कि आखिर वरिष्ठ विधायकों की अनदेखी कर केवल दो बार के विधायक को सीएम की कुर्सी कैसे सौंप दी गई। नाराज नेताओं का कहना है कि पार्टी ने उनके विचार पूछने की जहमत तक नहीं उठाई। अब वो पॉलिटिक्स में अपने से जूनियर की सरपरस्ती में कैसे काम करेंगे।
नाराज नेताओं में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल और यशपाल आर्य के नाम सामने आए हैं। इनके अलावा कई दूसरे सीनियर विधायक भी नाराज हैं। इनकी नाराजगी इसी तरह बनी रही तो ये आज शाम 4:30 बजे होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेने भी नहीं जाने वाले। और अगर किसी तरह शपथ ले भी ली तो आने वाले दिनों में ‘महाविस्फोट’ होने वाला है। हालांकि भाजपा भी डैमेज कंट्रोल में जुटी है। बताया जा रहा है कि सतपाल महाराज को मनाने के लिए राजनाथ सिंह ने फोन किया, सबसे ज्यादा नाराज ये ही बताए जा रहे हैं।
उधर हरक सिंह रावत, बिशन सिंह चुफाल और यशपाल आर्य भी समझ गए हैं कि कांग्रेस से भाजपा में आए तमाम नेताओं के लिए सीएम की वैकेंसी कभी खाली नहीं होगी। भाजपा के भीतर पनप रहा असंतोष कभी भी महाविस्फोट का रूप ले सकता है। हालांकि बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता मदन कौशिक ने साफ किया कि सब कुछ ‘ठीक’ है। सभी विधायक एकजुट हैं और देहरादून में ही मौजूद हैं। इस बयान का सियासी गलियारों में यह अर्थ निकाला जा रहा है कि इस समय भाजपा में सब कुछ ‘ठीक’ बिल्कुल नहीं है और आने वाले दिनों में इस असंतोष का गुब्बारा फूटेगा जरूर।