स्थानीय उत्पादों को अलग पहचान देना जरूरीः त्रिवेंद्र

मुख्यमंत्री ने संजीवनी फेस्ट कार्यक्रम में लिया भाग
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सर्वे चैक देहरादून में संजीवनी फेस्ट कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से हमारे स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा और उत्तराखण्ड के विभिन्न थीम पर आधारित उत्पादों को सही प्लेटफार्म मिलने से राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर हमारे स्थानीय उत्पादों को अलग पहचान मिलेगी।
उत्तराखण्ड सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स वाइफ्स एसोशिएशन एक स्वयं सेवी संस्था है। यह संस्था महिलाओं तथा बालिकाओं के उत्थान एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में 20 सालों से प्रयासरत है। संजीवनी की वर्तमान अध्यक्षा दीपा प्रकाश के प्रयासों से दो दिवसीय संजीवनी फेस्ट का आयोजन किया गया। महिला एवं बालिका विकास को समर्पित संजीवनी कोरोना काल से प्रभावित ग्रामीण दस्तकारी, हस्तशिल्प, आयुर्वेदिक उत्पाद एवं अन्य ग्रामोत्पादों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
संजीवनी फेस्ट का शुभारम्भ राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने शनिवार को किया था। इस संजीवनी फेस्ट को सफल बनाने में दीपा प्रकाश की अध्यक्षता में फेस्ट की सदस्य अलकनन्दा अशोक, रश्मि वर्धन, अंजलि सिन्हा, अनुराधा सुधांसु, आकांक्षा सिन्हा, शर्मिला भरतरी, अंशु पाण्डे, मुदिता संत, गुंजन यादव,रूपाली ज्योति, लता रावत, सालिनी शाह, दीपाली सिंह एवं शिखा पाण्डेय ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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