चीन ने अरुणाचल में 4.5 किमी अंदर बसाया गांव!

खतरे की घंटी

  • भाजपा नेता सुब्रमण्‍यन स्‍वामी ने उठाए सवाल, कहा- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से करेंगे बातचीत
  • चीन ने भूटान के बाद अब भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर बसाया गांव
  • इस गांव में बनाए गए हैं करीब 101 घर और यह अरुणाचल में भारतीय सीमा के अंदर
  • इस गांव को त्‍सारी चू गांव के अंदर बसाया गया है जो ऊपरी सुबनसिरी जिले का है हिस्सा

नई दिल्ली। चीन ने भूटान के बाद अब भारत के अरुणाचल प्रदेश की सीमा के अंदर गांव बसा लिया है। इस गांव में करीब 101 घर भी बनाए गए हैं। यह गांव अरुणाचल प्रदेश में वास्‍तविक भारतीय सीमा के करीब 4.5 किमी अंदर स्थित है। इस गांव को त्‍सारी चू गांव के अंदर बसाया गया है। यह गांव अरुणाचल के ऊपरी सुबनसिरी जिले में स्थित है। चीन का यह गांव भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है। उधर भाजपा सांसद सुब्रमण्‍यन स्‍वामी ने चीन के भारतीय जमीन पर कब्‍जा करने के सवाल पर कहा है कि वह इस बाबत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत करेंगे।
टीवी चैनल एनडीटीवी की खबर के मुताबिक ऊपरी सुबनसिरी जिला भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद का केंद्र रहा है और इसको लेकर सशस्‍त्र संघर्ष भी हो चुका है। रिपोर्ट में सैटलाइट तस्‍वीरों को कई विशेषज्ञों को दिखाया गया है और उन्‍होंने चीनी गांव की पुष्टि की है। चीन ने इस गांव का ऐसे समय पर निर्माण किया है जब पश्चिम सेक्‍टर में लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं।
रिपोर्ट के अनुसार ताजा सैटलाइट इमेज एक नवंबर 2020 की है। जिसमें गांव नजर आ रहा है। इससे एक साल पहले की तस्‍वीर में यह गांव नजर नहीं आ रहा है। माना जा रहा है कि चीन ने यह गांव एक साल पहले ही बसाया है। इससे पहले अक्‍टूबर में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा था कि कुछ समय से भारतीय पक्ष अपने आधारभूत ढांचे का सीमा पर व‍िकास कर रहा है और सेना की तैनाती कर रहा है जो विवाद का मुख्‍य विषय है।
हालांकि तस्‍वीरों से साफ नजर आ रहा है कि चीनी गांव के पास भारत की कोई रोड नहीं है और न ही कोई आधारभूत ढांचा है। इससे पहले नवंबर 2020 में बीजेपी के अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गावो ने लोकसभा को चेतावनी दी थी कि उनके राज्‍य में चीन की घुसपैठ बढ़ रही है। उन्‍होंने ऊपरी सुबनसिरी जिले का विशेष रूप से उल्‍लेख किया था। गावो ने अब एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि चीन का निर्माण अभी जारी है। अगर आप नदी के रास्‍ते को देखेंग तो चीन सुबनसिरी जिले में सीमा में 60 से 70 किमी अंदर घुस आया है।
शेन ने गुरुवार को एक गांव की तस्वीरें शेयर की थीं। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया था कि यह डोकलाम का इलाका है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक यह गांव 2017 में भारत और चीन के बीच हुई झड़प की जगह से सिर्फ 9 किमी दूर है। शेन ने पांगडा गांव का मैप भी शेयर कर डाला जो भूटान की सीमा के 2 किमी अंदर था। बाद में शेन ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया। वहीं ओपन इंटेलिजेंस सोर्स ने भी एक इमेज शेयर की है और ताजा गांव बसाने का दावा किया है। वहीं रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने यहां निर्माण कार्य पिछले साल ही शुरू कर दिया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट में शेन के शेयर किए गए मैप और वास्तविक स्थिति की तुलना की गई है। इसमें डोकलाम विवाद की जगह और ‘चीन के बसाए गांव’ भी दिखाए गए हैं। एक और मैप में बताया गया है कि भूटान के अंदर पूर्व में बसे इस गांव से सिक्किम पश्चिम में है, चीन उत्तर में। हालांकि एनडीटीवी ने साफ किया है कि इस बारे में पुष्टि नहीं की जा सकती है कि भूटान ने चीन को इस इलाके में गांव बसाने की इजाजत दी है या नहीं, और इस बारे में भूटान से सवाल किया गया है।
भारत को पहले से इस बात की चिंता सताती रही है कि चीन ऐसे कदम उठाकर धीरे-धीरे विस्तारवाद को अंजाम दे रहा है और अपनी सीमा को बढ़ा रहा है। वहीं भूटान की क्षेत्रीय अखंडता को लेकर भी भारत की चिंता बरकरार है। डोकलाम के करीब चीन के बढ़ते कदम पहले से लद्दाख में जारी तनाव को और गहरा सकते हैं। मई से चीनी आर्मी सीमा पर तैनात है और कई बार भारत से आमना-सामना हो चुका है।
दूसरी ओर भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद ड्रैगन ने नेपाल की 150 हेक्‍टेयर जमीन पर कब्‍जा कर लिया है। चीन ने पांच मोर्चों पर इस साल मई महीने में नेपाल की जमीन पर कब्‍जा करना शुरू किया। नेपाल के नेताओं ने बताया कि नेपाली जमीन पर कब्‍जे के लिए चीन ने सीमा पर अपनी सेना को तैनात करना शुरू कर दिया था। चीनी सेना ने लिमी घाटी और हिल्‍सा को पार किया और पत्‍थर के बने पिलर को हटा दिया। यही पिलर उखाड़कर उसे और ज्‍यादा नेपाली इलाके में पीछे कर दिया। इसके बाद चीनी सेना अब इस इलाके में सैन्‍य ठिकाना बना रही है।
इस बीच भाजपा सांसद सुब्रमण्‍यन स्‍वामी ने चीन के भारतीय जमीन पर कब्‍जा करने के सवाल पर कहा है कि वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बातचीत करेंगे। स्‍वामी ने ट्वीट करके कहा, ‘यह मानना बड़ी गलती होगी कि चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में भारतीय जमीन पर कब्‍जा कर लिया है। इसे दो राज्‍यों के जनता द्वारा चुने गए भाजपा के सांसदों ने पुष्टि की है। जब अवसर आएगा तो मैं राजनाथ सिंह से बातचीत करुंगा। विदेश मंत्रालय केवल इतना कहेगा कि हम तनाव घटाने के लिए वार्ता कर रहे हैं। इसका क्‍या मतलब है?’

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