देहरादून। पिछले साल तीर्थयात्रियों की रिकॉर्ड संख्या को देखते हुए इस बार यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार नए इंतजाम करने जा चारधाम यात्रा में रही है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी।

दरअसल, अप्रैल में शुरू होने वाली चार धाम यात्रा को लेकर बैठक में यह फैसला किया गया है। अब चारों धाम की यात्रा नौ दिन, तीन धाम की सात दिन, दो धाम की पांच दिन करने पर सहमति बनी है। एक धाम की यात्रा पहले की तरह तीन दिन में संपन्न होगी। इस साल अप्रैल के तीसरे सप्ताह से चारधाम यात्रा का आगाज हो जाएगा। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे। जबकि केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होनी बाकी है। कोविड महामारी के चलते दो साल बाद हुई चारधाम यात्रा में बीते साल 45 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने का रिकॉर्ड बना था। कपाट खुलते ही केदारनाथ, बदरीनाथ धाम में क्षमता से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच गए। जिस कारण अव्यवस्थाओं की पोल खुली थी। जिससे इस बार सरकार पहले से ही यात्रा की तैयारियों में जुटी है।

वहीं चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के बाद तीर्थयात्रियों का सत्यापन किया जाएगा। पंजीकरण की व्यवस्था आनलाइन के साथ आफलाइन भी रहेगी। चारोंधामों के कपाट खुलने की तिथि तय हाेने के साथ ही पर्यटन विभाग यात्रा शुरू होने के एक माह पहले पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर देगा। इससे तीर्थयात्रियों को आसानी होगी।

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