योद्धाओं को सलाम : अपने-अपने क्षेत्र के महारथी थे चॉपर हादसे में शहीद सैनिक

नई दिल्ली। बीते बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी के साथ 11 अन्य लोगों ने अपनी जान गंवा दी। यह देश के लिए एक बड़ी क्षति है। सीडीएस के साथ जान गंवाने वाले ये सभी अपने अपने क्षेत्र में महारथी थे। किसी ने एलएसी पर अपना दम दिखाया था तो कोई युद्ध लड़ने में माहिर था। सभी सैन्य कर्मियों के पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा दिए गए हैं। आइए जानते हैं दुनिया को अलविदा कहने वाले इन वीर जवानों के बारे में । 
सीडीएस के साथ जान गंवाने वालों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर भी शामिल थे। उन्हें दिसंबर 1990 में जम्मू-कश्मीर राइफल्स (जेएकेआरएफ) में शामिल किया गया था। ब्रिगेडियर लिद्दर ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के साथ जेएकेआरएफ की एक बटालियन की कमान संभाली थी। 1969 में जन्मे लिद्दर के परिवार में उनके बाद पत्नी गीतिका और बेटी आशना हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह भी उन लोगों में शामिल थे, जो सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर में मौजूद थे और अब नहीं रहे। उनके परिवार में पत्नी मेजर (रिटायर्ड) एग्नेस पी मेनेजेस और बेटी प्रीत कौर हैं। 1978 में जन्मे हरजिंदर 2001 में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। उन्होंने गोरखा राइफल्स रेजिमेंट में रहते हुए देश के उत्तर-पूर्व में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भी काम किया। उन्होंने देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में प्रशिक्षक के रूप में भी सेवाएं दीं। 

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इस सूची में हवलदार सतपाल राय का नाम भी शामिल है जो गोरखा राइफल्स रेजिमेंट का हिस्सा थे। उन्होंने सियाचिन और नौशेरा जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी थीं। इसके अलावा नायक गुरुसेवक सिंह पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे और उन्होंने मार्च 2004 में सेना में सेवाएं देना शुरू किया था। गुरुसेवक को करीब से होने वाली लड़ाई लड़ने में भी माहिर माना जाता था। इसके साथ ही लांस नायक बी साई तेजा पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे। वह मिश्रित मार्शल आर्ट और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध विशेषज्ञ थे। तेजा के साथ ही लांस नायक जितेंद्र कुमार भी पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे और एक विशेषज्ञ स्नाइपर थे। उन्होंने एलएसी पर भी अपनी सेवाएं दी थीं। लांस नायक विवेक कुमार भी पैरा स्पेशल फोर्सेज का हिस्सा थे। 
आगरा के रहने वाले विंग कमांडर पीएस चौहान 2002 में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) में शामिल हुए थे। इसके साथ ही राजस्थान के स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप भी हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना को सेवाएं दे रहे थे। इनके साथ ही इस हादसे का शिकार हुए केरल के रहने वाले जूनियर वारंट अधिकारी ए प्रदीप फ्लाइट गनर थे। तो जूनियर वारंट ऑफिसर आर पी दास फ्लाइट इंजीनियर के तौर पर तैनात थे। पूरा देश आज इन सैन्य कर्मियों को अश्रुपूर्ण आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। 

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