साधुओं पर आफत
- महाराष्ट्र के पालघर के बाद अब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में दो साधुओं की हत्या
- एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया, मंदिर में दो बाबाओं के मर्डर के पीछे नशेड़ी का हाथ
- इन हत्याओं को लेकर प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा
- अखिलेश बोले- राजनीति नहीं, न्यायोचित कार्रवाई होनी चाहिए, भारी पुलिस बल तैनात
लखनऊ/बुलंदशहर। महाराष्ट्र के पालघर के बाद अब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में दो साधुओं की हत्या कर दी गई। इधर सूचना फैलते ही मौके पर दर्जनों लोग जमा हो गए। लोगों ने साधुओं के हत्या का विरोध किया। लोगों का गुस्सा देखकर मौके पर पुलिस फोर्स तैनात की गई। पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले पर राजनीति न करने की अपील की है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्राम पगोना में हुई हत्या की घटना का संज्ञान लिया है। सीएम योगी ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने निर्देश दिए हैं।
कांग्रेस नेता और पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही यूपी में सौ लोगों की हत्या हो गई। तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के पांच लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ? आज मंगलवार को बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।
प्रियंका गांधी ने कहा कि अप्रैल के पहले 15 दिनों में ही उप्र में सौ लोगों की हत्या हो गई। तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के 5 लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए। कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ। आज बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया।…ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जाँच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। निष्पक्ष जाँच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना चाहिए। यह सरकार की ज़िम्मेदारी है।
सपा नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है। इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है। इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।’
मामला अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना का है। यहां के एक शिव मंदिर में पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगदीश (55 वर्ष) और शेर सिंह (35 वर्ष) रहते थे। सोमवार देर रात दोनों साधुओं की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मंगलवार की सुबह मंदिर पहुंचे लोगों ने साधुओं के शव देखकर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इधर सूचना फैलते ही मौके पर दर्जनों लोग जमा हो गए। लोगों ने साधुओं के हत्या का विरोध किया। लोगों के गुस्से को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई।
साधुओं की हत्या की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया है। उन्होंने डीएम और एसएसपी को मौके पर जाकर मामले की जांच करके विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। सीएम ने कहा है कि दोषियों की तत्काल गिरफ्तार करके उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मामले में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दो दिन पहले एक नशेड़ी राजू ने बाबा का चिमटा चुरा लिया था। इस बात को लेकर बाबा ने उसे फटकार लगाई थी। राजू इस बात को लेकर बाबा से चिढ़ गया था। पुलिस को आशंका है कि सोमवार देर रात वह तलवार लेकर मंदिर में पहुंचा और साधुओं की हत्या कर दी।
एसएसपी ने कहा, ‘यह तलवार लेकर आया और दोनों बाबाओं की हत्या कर दी। ग्रामीणों ने इसे तलवार लेकर गांव से बाहर जाते हुए देखा था। इस जानकारी के आधार पर जब इसकी तलाश की गई तो गांव से दो किलोमीटर दूर नशे की हालत में, अर्धनग्न अवस्था में यह मिल गया। इसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल अभियुक्त नशे की हालत में है।’