लंदन। यूरोपीय यूनियन में 47 सालों तक रहने के बाद ब्रिटेन ने अपनी अलग राह चुन ली है। शुक्रवार रात ब्रिटेन आधिकारिक रूप से यूरोपियन यूनियन (European Union) से अलग हो गया है। इस के साथ ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से बाहर होने वाला यूरोप का पहला देश बन गया है।
शनिवार से दिसंबर अंत तक ब्रेग्जिट के लिए आधिकारिक बदलाव की अवधि होगी, यानी ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के बीच व्यापार मोर्चे पर यथास्थिति रहेगी, लेकिन अब ब्रिटेन को दुनिया भर में नए करार की आजादी होगी।
ब्रेक्जिट (Brexit) से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने राष्ट्र को संबोधित किया जिसमे उन्होंने कहा कि यह बदलाव का पल है। इस समझौते को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पिछले साल के अंत में यूरोपियन यूनियन के 27 अन्य नेताओं के साथ वार्ता के बाद अंतिम रूप दिया था।ब्रेक्जिट के मुद्दे पर ब्रिटेन के दो प्रधानमंत्रियों डेविड कैमरन और थेरेसा मे को भी इस्तीफा देना पड़ा था। आखिरकार काफी खींचतान के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन संसद में ब्रेक्जिट प्रस्ताव को पास कराने में सफल हुए।
यूरोपियन यूनियन के प्रमुख ने ब्रिटेन के अलग होने का स्वागत किया और इसे यूरोप के लिए नई सुबह करार दिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन को यूरोपीय संघ के बाजार तक पूरी तरह से पंहुच तब तक नहीं दी जाएगी जब तक वह यूरोपीय कामगारों, कर और पर्यावरण नियमों को स्वीकार नहीं करता।