शर्मनाक
- बठिंडा की एक निजी विवि में हुई घटना के विरोध में छात्राओं ने किया प्रदर्शन
- टॉयलेट में सैनिटरी पैड फेंकने के मामले में सुरक्षाकर्मियों की मदद से ली छात्राओं की तलाशी
- यूनिवर्सिटी ने पहले बताई थी मामूली गलती, बाद में चारों आरोपियों को नौकरी से निकाला
बठिंडा। पंजाब के बठिंडा में एक निजी यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने अपने हॉस्टल वॉर्डन के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि टॉयलट में सैनिटरी पैड फेंके जाने की जांच के नाम पर करीब एक दर्जन छात्राओं के जबरन कपड़े उतरवाकर नंगा किया गया। बाद में मामला तूल पकड़ने के बाद अकाल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो महिला वॉर्डनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
तलवंडी साबो में स्थित यूनिवर्सिटी की 600-700 छात्राओं ने इस आपत्तिजनक घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। प्रशासन ने उन्हें रोक पाने में नाकाम रहने और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में दो महिला सुरक्षाकर्मियों को भी नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। हालांकि शुरू में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले को मामूली गलती बताया था लेकिन जब छात्राओं ने प्रदर्शन शुरू किया तो बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए चारों आरोपी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया।
छात्राओं ने प्रशासन पर चारों आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ देरी से कार्रवाई का आरोप लगाया है। छात्राओं का आरोप है कि कैंपस के अंदर दकियानूसी माहौल है और उन्हें सहपाठियों (छात्रों) से बात तक नहीं करने दी जाती है। विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्राओं का कहना है कि वे वॉर्डन और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ तब तक आंदोलन करती रहेंगी जब तक दोनों वॉर्डनों पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती। गौरतलब है कि तलवंडी साबो की इस यूनिवर्सिटी में दो दिन पहले टॉयलेट में इस्तेमाल किए गए सैनिटरी पैड मिले थे। इसके बाद हॉस्टल वॉर्डनों ने दो महिला सुरक्षाकर्मियों की मदद से 12 छात्राओं के कपड़े उतरवाए। अकाल यूनिवर्सिटी के डीन एमएस जोहल का कहना है कि इस मामले में दो वॉर्डनों और दो सुरक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है।