- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अल जवाहिरी के ड्रोन हमले में मारे जाने की पुष्टि
- जवाहिरी को काबुल में बने उसके सुरक्षित ठिकाने पर ड्रोन से मिसाइल हमला करके मार गिराया
वॉशिंगटन। अमेरिका ने दावा किया है कि उसकी सेना ने आतंकी संगठन अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को काबुल में एक ड्रोन हमले में मार गिराया है। ओसामा बिन लादेन के बाद अमेरिका का ये दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेशन था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की है। जवाहिरी पहले पाकिस्तान में छिपा हुआ था लेकिन तालिबान की सरकार आने के बाद वह काबुल पहुंच गया था। बताया जा रहा है कि तालिबानी गृह मंत्री और कुख्यात आतंकी सिराजुद्दीन हक्कानी ने उसे अपने एक बेहद सुरक्षित अड्डे में पनाह दी थी।
अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी, मिस्र का एक सर्जन था, जो बाद में दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक बन गया था। उसकी गिनती 11 सितंबर, 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर हुए हमलों के मास्टरमाइंड के रूप में भी की जाती थी। उस आतंकी घटना में लगभग 3 हजार लोगों की मौत हो गयी थी। जवाहिरी पर अमेरिका ने 25 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था। 2011 में पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अल-कायदा को वो देखता था। न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट और सीएनएन अज्ञात स्रोतों के हवाले से उसकी मौत की पुष्टि की है। 31 अगस्त, 2021 को अमेरिकी सेना के देश से हटने के बाद से अफगानिस्तान में अल-कायदा पर अमेरिका द्वारा यह पहला ड्रोन हमला है।
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान में अल कायदा के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया है। ये ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा है और कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। यह हमला अफगानिस्तान में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन के तहत किया गया।