उत्तराखंड में नई एम-थ्री ईवीएम से होंगे आगामी विधानसभा चुनाव

  • छेड़छाड़ करने पर काम बंद होने की खासियत
  • राज्य निर्वाचन कार्यालय मंगा चुका 18400 नई ईवीएम और वीवी पैट मशीनें
  • जल्द देंगे अधिकारियों को इन मशीनों का प्रशिक्षण

देहरादून। उत्तराखंड में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव नई एम-थ्री ईवीएम मशीनों से होंगे। राज्य निर्वाचन कार्यालय 18400 नई ईवीएम और वीवी पैट मशीनें मंगा चुका है। इन मशीनों में छेड़छाड़ की संभावना बहुत कम है। इनमें छेड़छाड़ होते ही ये काम करना बंद कर देती हैं। थोड़ा छोटी हैं और इन्हें अल्प समय में ही लगाया जा सकता है। उत्तराखंड में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसको देखते हुए निर्वाचन आयोग ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश पर प्रदेश में सभी पुरानी ईवीएम एम-टू मशीनों को बदला जा रहा है। इनके स्थान पर नई एम-थ्री ईवीएम मशीनें लाई गई हैं। ये एम-थ्री मशीनें कई मायनों में खास हैं। इसकी पहली खासियत यह है कि एक ईवीएम में 24 बैलेट यूनिट जोड़ी जा सकती हैं। एक बैलेट यूनिट में 16 उम्मीदवार होते हैं। यदि किसी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में 384 उम्मीदवार खड़े होते हैं तो भी इनका चुनाव ईवीएम के जरिये आसानी से हो पाएगा। पहले एम-टू ईवीएम मशीन में केवल चार बैलेट यूनिट जोड़ी जा सकती है। यानी 64 उम्मीदवार होने तक चुनाव ईवीएम मशीन से हो सकता था। इससे अधिक उम्मीदवारों के होने क सूरत में बैलेट पेपर के इस्तेमाल की व्यवस्था थी।इसमें एम-थ्री ईवीएम की दूसरी खूबी यह है कि ये छोटी-मोटी खराबी को स्वयं पकड़ लेती है। साफ्टवेयर में फाल्ट आने पर वह इसे डिस्पले स्क्रिन में प्रदर्शित कर सकती है। इससे मशीन को जल्द दुरुस्त करने में मदद मिलेगी। एम-टू मशीनों में ये सुविधा नहीं थी, इसलिए इन्हें कई बार ठीक करने में काफी परेशानी होती थी। इसकी तीसरी खूबी यह कि कंट्रोल यूनिट और बैलेट यूनिट एक ही डिजिटल सिग्नेचर से चलेंगे। यानी किसी दूसरी बैलेट यूनिट को कंट्रोल यूनिट से नहीं चलाया जा सकेगा। इससे चुनाव में पारदर्शिता बनी रहेगी।इसके साथ ही मशीन में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की सूरत में मशीन का सिस्टम फैक्ट्री मोड में चला जाएगा। यह मशीन काम करना बंद कर देगी। ऐसे में इसके स्थान पर नई मशीनों को लगाना पड़ेगा। राज्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा कि सारे चुनाव नई मशीनों से कराए जाएंगे। जल्द ही अधिकारियों को इन मशीनों का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here