अपूर्वा ने कबूला, ‘मैंने अपनी जिंदगी से ‘दुख’ मिटा डाला’!

रोहित मर्डर का कड़वा सच 

  • अपूर्वा ने किया खुलासा, शादी के कुछ ही दिन बाद पति से खराब होते चले गए उसके रिश्ते 
  • 11 मई 2018 को हुई शादी, झगड़ की वजह से 29 मई को ससुराल छोड़ जाना पड़ा मायके जुलाई 2018 में दिल्ली लौटी और वकील के जरिए रोहित तक तलाक का नोटिस भेजा
  • शक था कि रोहित का एक अन्य महिला से बेटा है, तो पति को मान लिया अपने दुखों का कारण 
  • अपूर्वा बोलीं, ‘रोहित का गला घोंटने के बाद काफी लंबे वक्त बाद मैं खुद को महसूस कर रही थी आजाद 

नई दिल्ली। यूपी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की हत्या के जुर्म में गिरफ्तार हुई उनकी पत्नी अपूर्वा ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। पुलिस के अनुसार अपूर्वा ने कथित तौर पर माना है कि उस रात झगड़े के दौरान गुस्से में रोहित की जान ले ली क्योंकि उसे शक था कि उसका पति एक अन्य महिला के बेटे का ‘असली’ पिता है और उसकी संपत्ति आखिरकार उस बच्चे की हो जाएगी।  सूत्रों के अनुसार अपूर्वा ने रिमांड के दौरान पुलिस को बताया कि उसके पति का अन्य महिला के साथ ‘प्रेमप्रसंग’ उसके लिए बहुत बड़ा झटका था जो उसे अंदर से खाए जा रहा था। महिला का एक बेटा था जो उसकी शादी के आठ सालों बाद हुआ था। इसी को लेकर अपूर्वा और रोहित के रिश्ते खराब होते गए। पुलिस की रिपोर्ट में अपूर्वा ने कहा है, ‘महिला चाहती थी कि रोहित अपनी प्रॉपर्टी में उसके बेटे के लिए हिस्सा दे और वह अक्सर कहती थी कि आपके घर का ही तो बच्चा है। बच्चे के लिए रोहित का प्यार भी मेरे शक की पुष्टि कर रहा था।’ पुलिस के अनुसार अपूर्वा वर्ष  2012 से 2014 के बीच दिल्ली में रही और बाद में उसने लाजपत नगर में एक किराये पर घर ले लिया। उसने इंदौर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस शुरू कर दी। उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं। जब उसने मैरिज साइट पर शादी के लिए प्रोफाइलों को खंगाला तो रोहित शेखर तिवारी को सिर्फ इसलिए चुना क्योंकि उसे लगता था कि इससे उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं पूरी हो सकेंगी। उसे पता चला कि वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री एनडी तिवारी का बेटा है और उसने अदालत में पितृत्व केस को जीता है। कुछ महीनों की डेटिंग के बाद वह शादी के लिए दबाव बनाने लगी। अपूर्वा की रोहित से शादी 11 मई 2018 को हुई लेकिन जल्द ही उसे महसूस हो गया कि यह शादी नहीं टिक पाएगी और उसने 29 मई को ससुराल छोड़ दी। वह जुलाई में वापस आई और रोहित के पास तलाक का नोटिस भेजा। दोनों में फिर झगड़ा हुआ लेकिन अपूर्वा रोहित से माफी मांगकर अपनी शादी को एक और मौका देने को सहमत हुई। दोनों ने डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में फिर साथ रहना शुरू कर दिया लेकिन उसे नियमित तौर पर इंदौर जाना पड़ता था क्योंकि उसके पिता अल्जाइमर के मरीज थे। सुलह की कोशिशों के बावजूद रोहित और उसके परिवार के साथ रहने से वह बीमार हो गई। वह खासतौर पर अपनी सास उज्ज्वला शर्मा की दखलअंदाजी की नेचर से नाखुश थी। अपूर्वा के मुताबिक वह अपने बेडरूम के परदों को भी नहीं बदल सकती थी क्योंकि उसकी सास यह नहीं चाहती थी। उसक मुताबिक, उज्ज्वला ही परिवार की मुखिया थी और उसे घर चलाने के लिए पैसे तक नहीं देती थी और न ही एक बहू के नाते उसे कोई इज्जत दी जाती थी। अपूर्वा के अनुसार उज्ज्वला की वसीयत के अनुसार रोहित को घर की कीमत का 60 प्रतिशत मिलता जबकि बाकी उसके दूसरे बेटे सिद्धार्थ को मिलने वाला था। अगर दोनों भाइयों में से किसी की मौत होती तो प्रॉपर्टी अन्य भाई की होती। सिद्धार्थ अविवाहित है और उसने कह रखा था कि उसके हिस्से की संपत्ति उसके बाद उस बच्चे की होगी जिसका अपूर्वा को शक था कि वह उसके पति रोहित का है। पुलिस के अनुसार अपूर्वा ने बताया, ‘मैंने इस शादी से यह उम्मीद नहीं की थी।’ अपूर्वा ने बताया कि 10 अप्रैल को तिवारी अपनी मां और दूसरे रिश्तेदारों के साथ काठगोदाम गए थे। वे 15 अप्रैल को रात पौने 10 बजे के करीब दिल्ली लौटे। अपूर्वा ने बताया, ‘रोहित और उसकी महिला मित्र पिए हुए थे। मैंने रोहित को खाना परोसा और बाद में हम दोनों साथ में बेडरूम गए। करीब पौने 11 बजे उज्ज्वला और कुछ रिश्तेदार डिनर के लिए आए। इसलिए मैं और रोहत करीब साढ़े 11 बजे तक उनके जाने के तक उनके साथ रहे।’ अपूर्वा ने बताया कि करीब आधी रात को उसने डिनर खत्म किया और उसके बाद टीवी पर क्राइम सीरियल देखा। करीब पौन बजे उसने कपड़े बदले और वह रोहित के कमरे में गई। रोहित अभी सोया नहीं था। अपूर्वा ने उसकी महिला मित्र के बारे में उससे सवाल किए। रोहित ने बताया कि महिला और उसने एक ही गिलास से शराब पी थी, जिससे वह नाराज हो गई और दोनों झगड़ा शुरू हो गया। मैंने उसका गला पकड़ लिया और उसे दबाना शुरू कर दिया। फिर एक तकिए से उसका गला घोंट दिया।’ इसके बाद वह कमरे से निकल गई। उसे लगता था कि उसके पति की मौत के लिए उसके हृदय की बीमारी को जिम्मेदार माना जाएगा। हालांकि वह पूरी रात यह सोचकर सो नहीं सकी कि उसने यह क्या कर दिया लेकिन साथ-साथ वह इस घटना से संतुष्ट भी थी। अपूर्वा ने बताया, ‘काफी लंबे वक्त बाद मैं खुद को आजाद महसूस कर रही थी। मैंने रोहित को अपनी जिंदगी से निकाल फेंका था। वह मेरी जिंदगी में दुख की खास वजह बन गया था।’ 

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