Ankita Murder Case: वीआईपी का खुलासा नहीं होने पर गुस्साए आंदोलनकारी, किया सीएम आवास कूच 

देहरादून। अंकिता हत्याकांड मामले में वीआईपी के नाम का खुलासा करने और सीबीआई जांच की मांग को लेकर लोगों में आक्रोश है। 51 दिन से ऋषिकेश में चल रहे आमरण अनशन के बाद आज प्रदर्शनकारी राजभव पहुंचे। वहीं पिछले 5 दिनों से ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला सहित तमाम लोग आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। आज जेंयद्र चंद्र रमोला के नेतृत्व में लोग मुख्यमंत्री आवास पहुंचे जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया, धरना देने के कुछ देर बाद ही मौके पर पुलिस बल पहुंचा और बल पूर्वक उन सब को गिरफ्तार कर संबंधित थाने में ले गयी।

जयेंद्र रमोला ने कहा कि वह पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आमरण अनशन कर रहे हैं। लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा वीआईपी जो वंतरा रिसोर्ट में ठहरा हुआ था ,उसको बचाने की कोशिश की जा रही है। उसका नाम उजागर नहीं किया जा रहा है। यही नहीं जांच को भी प्रभावित किया जा रहा है। इन सब के खिलाफ वह पिछले कई दिनों से आमरण अनशन कर रहे हैं।
वहीं कांग्रेस ने कहा कि जल्द ही मांग पूरी नहीं हुई तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करेगी। पार्टी ने कहा कि उत्तराखंड को सुशासन देने का वादा करने वाली भाजपा सरकार आज कठघरे में है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर लगातार अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। सरकार रसूखदारों को बचाने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन, कांग्रेस महिलाओं के हक के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।

बता दे कि अंकिता भंडारी हत्याकांड के छुपे हुए वीआईपी के नाम का खुलासा करने, अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच CBI से कराने और विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विगत 51 दिनों से ऋषिकेश में धरना जारी है। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उतराखंड सरकार गूंगी और बहरी हो चुकी है। इसलिए मजबूरन जब सरकार 51 दिनों के बाद भी प्रदर्शनकारियों तक नहीं पहुंची तो अब उन्हें ही यह राह चुननी पड़ी।

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