अखाड़ा, कुश्ती, चूहा और पागलखाना!

दो सूरमाओं की ‘लड़ाई’

  • पूर्व ऐलान के मुताबिक कर्णवाल से कुश्ती लड़ने स्टेडियम पहुंचे चैंपियन ने उन्हें चूहा बताया
  • कर्णवाल ने चैंपियन को मानसिक दिवालियेपन का बताया शिकार, भेजा जाये पागलखाने

देहरादून। विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को विधायक देशराज कर्णवाल से कुश्ती लड़ने के लिए दोपहर के समय नेहरू स्टेडियम पहुंचे और अखाड़े के पास पहुंच कर देशराज को ललकारा, लेकिन कर्णवाल वहां मौजूद नहीं थे।  जिस पर चैंपियन ने कहा कि देशराज में मुकाबला करने की हिम्मत नहीं है। वह डरपोक है और बिल में घुसा हुआ है। उन्होंने कहा कि वह देशराज को जेल भिजवाकर ही दम लेंगे। गौरतलब है कि शुक्रवार को खानपुर व झबरेड़ा विधायक ने एक-दूसरे पर पलटवार करते हुए  आरोपों की झड़ी लगाई थी। चैंपियन ने कर्णवाल को शनिवार की दोपहर को रुड़की के नेहरू स्टेडियम मे कुश्ती लड़ने के लिए चुनौती दी थी। शनिवार की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे चैंपियन खानपुर विधायक अपने चिरपरिचित अंदाज मे नेहरू स्टेड़ियम पहुंचे और वहां अखाड़े में पहुंचकर देशराज को ललकारा। 
वह करीब बीस मिनट तक नेहरू स्टेडियम में देशराज का इंतजार करते रहे, लेकिन देशराज  नहीं पहुंच पाये। इस दौरान चैंपियन ने अपने चिरपरिचित अंदाज में अपनी ‘बाडी’ का प्रदर्शन किया। बाद में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए चैंपियन ने कहा कि असली चैंपियन कौन है, यह तो साफ हो गया है, क्योंकि डर के मारे देशराज बिल में घुसे बैठे हैं, लेकिन वह उसे जेल भिजवा कर ही दम लेंगे। हालांकि विधायकों की कुश्ती को देखने के लिए आसपास के दर्शक भी मौके पर पहुंच गए लेकिन अखाड़े में एक ही विधायक के पहुंचने पर भीड़ को कुश्ती देखने का मौका नहीं मिल पाया।
उधर शनिवार को विधायक देशराज कर्णवाल ने हरिद्वार प्रेस क्लब पहुंचकर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि चैम्पियन मानसिक दिवालिएपन के शिकार हो गए हैं उन्हें पागलखाने भेजा जाना चाहिये। साथ ही उन्हें भाजपा से बाहर होना चाहिए। दूसरी ओर उन्होंने अपने क्षेत्र में चैंपियन से ज्यादा विकास कार्य कराए हैं। वह अपने आपको विकास पुरुष कहते हैं। लेकिन उनके चार बार के कार्यकाल से ज्यादा काम उन्होंने अपने दो वर्ष के कार्यकाल में किए हैं। वह खुद को चैम्पियन कहते हैं, यदि वह वास्तव में चैम्पियन हैं तो अपने प्रमाणपत्र दिखाएं। 
भाजपा की नसीहत भी बेअसर
पार्टी की ओर से दी गई नसीहत का भी इन दोनों विधायकों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। जिस तरह चैम्पियन ने शनिवार को नेहरू स्टेडियम में पहुंचकर देशराज को ललकारा, उससे उन चर्चाओं पर भी विराम लग गया, जिनमें कहा जा रहा था कि शुक्रवार की रात को दोनों विधायकों में समझौता हो गया है। शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष नरेश बंसल ने शिरकत की थी। इस कार्यक्रम में दोनों विधायकों की मौजूदगी में पूर्व विधायक चौधरी यशवीर ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। इस मौके पर नरेश बंसल ने दोनों विधायकों को शांत रहने की नसीहत दी थी। उसके बाद दोनों विधायकों में समझौता होने की चर्चायें शुरू हो गयी थी, लेकिन जिस तरह शनिवार को चैंपियन ने देशराज को ललकारा, उससे साफ हो गया कि इनके बीच समझौता नहीं हुआ है। इन दोनों की आपसी तनातनी पार्टी के लिए भी सिरदर्द बनती जा रही है।
एक दिन पहले कर्णवाल को बताया था ‘छोटा भाई’ 
एक सभा में शुक्रवार रात दोनों विधायक मौजूद रहे। इस दौरान चैंपियन ने मंच से कर्णवाल को छोटा भाई कहकर संबोधित किया था। शनिवार को नेहरू स्टेडियम पहुंचे चैंपियन से इस विषय पर पूछा गया तो उन्होंने तपाक से जवाब दिया, ‘छोटा तो वह है ही। मैं चार बार का विधायक हूं। मैं सीनियर भी हूं।’

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