रैणी आपदा के दौरान एक मां ने बेटे सहित बचाई 25 की जान

  • पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 5 लाख रुपये देकर करेंगे सम्मानित

देहरादून। चमोली जिले में आए विनाशकारी जल-प्रलय के दौरान एक मां ने अपने बेटे सहित 25 लोगों की जान बचाई। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मानित करने का ऐलान किया है। इस महिला को समाजवादी पार्टी पांच लाख रुपये से सम्मानित करेगी। उप्र सरकार से सपा की मांग है कि वो इस हादसे में लापता यूपी के निवासियों के परिवारों को 20-20 लाख का मुआवजा दे।
सात फरवरी को एनटीपीसी जलविद्युत परियोजना में वाहन चालक का काम करने वाले 27 वर्षीय विपुल कैरेनी बैराज पर काम कर रहे थे। ऋषि गंगा में सैलाब के दौरान विपुल की मां मंगश्री देवी ने विपुल को फोन कर आपदा के बारे में आगाह किया था।
विपुल की मां ने कई बार फोन किया। जिसके बाद विपुल और उनके कई साथी वहां से भागे और उनकी जान बच गई। मंगश्री देवी की तत्परता से करीब 25 लोगों की जान बच गई थी। विपुल का गांव ऊंचाई पर है। जब सात फरवरी को बाढ़ आई तो मंगश्री देवी बाहर काम कर रही थीं। अगर मंगश्री देवी ने धौलीगंगा में सैलाब आने की चेतावनी नहीं दी होती तो विपुस सहित उन 25 लोगों की जान को खतरा हो सकता था। चमोली जिले में सात फरवरी को ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा में आपदा आ गई थी। ऋषि गंगा की जल प्रलय में अभी तक विभिन्न जगहों से 62 शव मिल चुके हैं, जबकि 27 मानव अंग भी मिले हैं। तपोवन सुरंग से 13 शव निकाले जा चुके हैं। अभी भी 142 लोग लापता हैं।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों से मलबे में लोगों की खोज की जा रही है। रैणी में धौली गंगा और ऋषि गंगा के संगम स्थल पर मलबे में भी खोज की जा रही है। रेस्क्यू टीमें ऋषि गंगा में जेसीबी की मदद से रैणी गांव के निचले हिस्से में मलबा हटाने में जुटी हैं।

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