एनटीजे ने आठ धमाकों से दहलाया श्रीलंका!

त्योहार पर तबाही

  • ईस्टर के दिन चार होटलों, तीन गिरजाघरों और एक रिहायशी कालोनी में हुए विस्फोट 
  • छह घंटों में हुए इन आठ धमाकों में 187 लोगों के मरने की खबर, 500 जख्मी
  • श्रीलंका पुलिस के चीफ के पास पहले से था ऐसे आतंकी हमले होने का इनपुट 
  • श्रीलंका सरकार वॉट्सऐप और फेसबुक पर देश में अस्थायी तौर पर बैन लगाया 
  • मारे गए लोगों में 35 विदेशी भी, इस आतंकी हमले की कई देशों ने की कड़ी निंदा 

कोलंबो। आज आठ सिलसिलेवार धमाकों ने श्रीलंका को दहलाकर रख दिया। ईस्टर के मौके पर एक तीन गिरजाघरों और चार होटलों के साथ ही एक रिहायशी कालोनी में हुए आत्मघाती आतंकी हमले में कम से कम 187 लोग मारे गए हैं और 500 लोग घायल हुए हैं। दुनियाभर में इन हमलों की कड़ी निंदा की गई है। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित विभिन्न राजनेताओं ने भी इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। 
आज पहला धमाका करीब साढ़े आठ बजे कोलंबो में सेंट एंटनी चर्च और दूसरा धमाका राजधानी के बाहर नेगोम्बो कस्बे के सेबेस्टियन चर्च में हुआ। तीसरा धमाका पूर्वी शहर बाट्टिकालोआ के चर्च में हुआ। इसके अलावा जिन होटलों को निशाना बनाया गया है, उनमें द शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किग्सबरी शामिल हैं। वहीं सातवां धमाका कोलंबो के देहीवाला होटल के सामने हुआ है। आठवां आत्मघाती धमाका भी कोलंबो में ही हुआ है। हालांकि श्रीलंका पुलिस के मुख्य अधिकारी ने 10 दिन पहले अलर्ट किया था कि देशभर के मुख्य गिरजाघरों में ऐसे हमले हो सकते हैं। यह चेतावनी श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पूजुथ जयसुंद्रा ने 11 अप्रैल को दी थी। अपनी तरफ से भेजे गए अलर्ट में जयसुंद्रा ने लिखा था, ‘विदेशी खुफिया विभाग ने जानकारी दी है कि नेशनल तोहीद जमात (एनटीजे) नाम का संगठन सुसाइड हमलों की तैयारी कर रहा है। संगठन के निशाने पर मुख्य चर्चों के साथ-साथ कोलंबो में स्थित भारतीय हाई कमीशन का ऑफिस भी है।’ गौरतलब है कि एनटीजे श्रीलंका का एक कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन है। यह पिछले साल भगवार बुद्ध की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ करके चर्चा में आया था।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कोलंबो में एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उन्हें ये शक है कि दो चर्चों के अंदर सुसाइड बॉम्बर ने हमलों को अंजाम दिया है और आठवें आत्मघाती हमले में तीन पुलिसकर्मियों की जान गई है। 
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए श्रीलंका सरकार ने सोशल मीडिया पर अस्थायी तौर पर बैन लगा दिया है और रात के कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन शक की सुई एनटीजे की ओर ही घूम रही है। आतंकी हमलों में मरने वालों में 35 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। कोलंबो नैशनल हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि मारे गए विदेशी नागरिकों में अमेरिकन, ब्रिटिश और डच नागरिक हैं। हालांकि अभी तक अधिकारिक तौर पर इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है।
श्रीलंका के रक्षा मंत्री ने धमाकों के बाद आज शाम छह बजे से सुबह तक के कर्फ्यू का ऐलान किया है। साथ ही 23 अप्रैल तक स्कूल-कॉलेजों और सरकारी संस्थानों में छुट्टी का ऐलान किया गया है। श्रीलंका पुलिस के सभी लोगों की छुट्टी कैंसल कर दी गई है। भारत समेत दुनिया भर के कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। श्रीलंका की सरकार ने अगले आदेश तक सभी बड़ी सोशल मीडिया और मेसेजिंग सर्विस को बंद कर दिया है। भारत समेत दुनिया भर के लोगों ने इस हमले की निंदा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘श्रीलंका में हुए भीषण धमाकों की कठोरता से निंदा करता हूं। हमारे क्षेत्र में ऐसी बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत दुख की इस घड़ी में मजबूती से श्रीलंका के लोगों के साथ खड़ा है। हमले में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं और घायलों के साथ प्रार्थना।’ साथ ही भारत के राष्ट्रपति और अन्य कई बड़े नेताओं ने इस हमले की निंदा की है।

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