मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व सीएम हरीश रावत और डीजीपी ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद चित्रेश को दी श्रद्धांजलि
देहरादून। भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास आईईडी को डिफ्यूज करते हुए शहीद हुए दून के लाल मेजर चित्रेश बिष्ट का पार्थिव शरीर सेना के विशेष विमान से रविवार को उनके पैतृक शहर देहरादून पहुंच गया था। सोमवार को सुबह शहीद के अंतिम दर्शनों को उनके नेहरू कालोनी स्थित उनके निवास पर लाया गया जहां उनको श्रद्धांजलि देनेे और उनके अंतिम दर्शनों को उनके मित्रों, रिश्तेदारों और अन्य लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
नेहरू कालोनी स्थित उनके शहीद को श्रद्धांजलि देनेे के लिये मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, डीजीपी अनिल रतूड़ी सहित विभिन्न दलों के नेता, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, मित्रों, रिश्तेदारों और अन्य लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व सीएम हरीश रावत, डीजीपी अनिल रतूड़ी और सेना के आला अधिकारियों ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद चित्रेश बिष्ट को श्रद्धांजलि दी। गमगीन माहौल में वहां मौजूद लोगों में पाकिस्तान और कश्मीरी आतंकियों के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला। उन्होंने सरकार से इनके खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की।
इस मौके पर सेना और पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने शहीद चित्रेश बिष्ट को सलामी दी और मातमी धुन बजाई जिससे माहौल और गमगीन हो गया। इसके बाद करीब साढ़े नौ बजे अंतिम संस्कार के लिये सैन्य वाहन में शहीद की अंतिम यात्रा हरिद्वार के लिये रवाना हो गई। जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ गंगा के घाट पर उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। इस दौरान शहीद चित्रेश बिष्ट अमर रहे, भारत जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे फिजा में गूंजते रहे।