लोकसभा चुनाव में प्रचार को धार देने और भाजपा पर प्रहार करने के लिये प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने किया मंथन।
देहरादून। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव के दिन नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव संग्राम में विजयी होने के लिये अभी से बिसात बिछानी शुरू कर दी है। प्रदेश कांग्रेस भी इस चुनावी युद्ध में अपने चिर प्रत़िद्वंद्वी भाजपा से पीछे नहीं रहना चाहती।
प्रदेश में अपने चुनावी प्रचार को धार देने और भाजपा पर प्रहार करने के लिये कांग्रेस ने स्थानीय स्तर पर मुद्दों पर फोकस किया है। इसके साथ ही भाजपा सरकार की विफलताओं को जनता के बीच प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा। इस संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने एक बैठक कर पहले जिले और फिर विधानसभा क्षेत्र स्तर पर पर्यवेक्षकों की तैनाती की तैयारी की है। इन पर्यवेक्षकों से लोकसभा सीटवार संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक भी लिया जाएगा। प्रचार का रुख आक्रामक करने का जिम्मा भी इन्हीं पर्यवेक्षकों को दिया जाएगा।
बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले में केंद्र सरकार विफल रही है। इसके साथ ही पुलवामा में आतंकी हमले में केंद्र की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति लापरवाही को भी चुनाव में मुद्दा बनाया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि विधानसभा बजट सत्र के दौरान कांग्रेस ने जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया। बैठक में चर्चा के दौरान लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिये राहुल, प्रियंका और मनमोहन सिंह सहित आठ बड़े नेताओं को बुलाना पहली पसंद रही। इनके अलावा अशोक गहलोत, सचिन पायलट, कैप्टन अमरिंदर सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं को चुनाव प्रचार के लिये बुलाने की मांग रखेगी।
कांग्रेस नेताओं ने केंद्र और राज्य में भाजपा सरकारों के खिलाफ चार्जशीट भी लाने का फैसला किया है। जिसमें महंगाई, सुरक्षा, बेरोजगारी, खेती किसानी, जहरीली शराब से मौतें, आपदा से हुए नुकसान के बाद पुनर्निर्माण के कार्यों में वादाखिलाफी जैसे प्रमुख मुद्दों को शामिल किया जाएगा।